
Leader Today. Jaipur
विद्याधर नगर में आयोजित गौ महाकुंभ के द्वितीय दिवस पर राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने विशेष सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान शूरवीरों की भूमि है, दानवीरों की भूमि है। गौ सेवा के क्षेत्र में राजस्थान में विशेष प्रयास किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि गौ महाकुंभ जैसे आयोजन गौ संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होंगे।
राज्यपाल बागडे ने “गौ-महाकुम्भ 2025” में गौ उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए उनके के प्रभावी विपणन के लिए कार्य करने पर जोर दिया और कहा कि गाय विश्वरूपा है, वह अखिल ब्रह्माण्ड का प्रतिनिधित्व करती है। इसलिए गौ संरक्षण के लिए सबको मिलकर कार्य करना चाहिए।
इसी सत्र को संबोधित करते हुए प्रसिद्ध संत डॉ. लोकेश मुनि ने कहा कि गौ माता का संरक्षण एवं संवर्धन वर्तमान समय की महती आवश्यकता है। इस कार्य में सभी को अपनी भूमिकाओं का निर्वहन करना चाहिए।
इससे पहले आज प्रातः संपन्न हुए सत्र को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा कि गौ माता की जय जयकार के लिए प्रत्येक व्यक्ति को गोपालन एवं गौ संरक्षण की दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है। उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने गौ सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली छह विशिष्ट महिलाओं का सम्मान भी किया।
गौ महाकुंभ के द्वितीय दिवस पर विभिन्न तकनीकी सत्रों का भी आयोजन किया गया। जिनमें कृषि एवं गोपालन, गौ प्रबंधन, गौउत्पाद सहित अनेक विषयों पर विशेषज्ञों ने विचार विमर्श किया। साथ ही प्रतिभागियों की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।
उल्लेखनीय है कि 4 सितंबर से प्रारंभ हुआ यह गौ महाकुंभ 7 सितंबर तक चलेगा।

